बेरंग रंगों की रंगोली,
और मौन के धुन का गीत कोई,
कैसे बेरंग छटाओं में,
ढ़ुँढ़ु मै रंगों की होली।
तुम अपनी चुनर रंग लो,
रंगीन बना लो अब चोली,
मेरे रंगों में रंग नहीं,
बेरंग है जीवन की होली।
अब एक रंग ही साध लिया,
सब रंग है मैने बिसराया,
बस गुमशुम सी तेरी आहट पर,
मैने तो कई गीत बनाया।
अब इन बेरंग सी रलीयों में,
नादान ये मन कब तक भटके,
लेकर आओ तुम फिर भर कर,
अपनी अँजूरी में रंगों की झोली।
बहती है अब भी वैसी पवन,
जो दिल का दर्द समझती है,
धरती के प्रेम में मग्न गगन,
बूँदे बन कर तो बरसती है।
सुनकर ये प्रीत के गीत कही,
मन मेरा खेले है होली,
और स्वर की मधुर अलापों से,
निकले मधु भावों की बोली।
कभी देख श्याम को मीरा ने,
रँगवायी थी मन की चोली,
और बेसुध होकर नाच रही थी,
गोपी,ग्वालन की टोली।
सब संग जलाकर प्रेम धुनी,
बस श्याम का नाम पुकारते,
और श्याम बचा कर लाज द्रौपद के,
कष्ट से पल में उबारते।
बेरंग है जीवन मतवाला,
ना फिक्र किसी की रहती है,
कभी मंदिर,मस्जिद,गुरुद्वारा,
हर आँगन में गंगा सी बहती है।
रंगों का बोझ है ये जीवन,
जिसमें जो रंगा वो पछताया,
पर मन की बेसुध बाँसुरी को,
तो बस रंग ही है भाया।
मै आज तुम्हारी गलियों में,
बेरंग सा बन कर भटकूँगा,
तुम देख कर मुझको,
बस कह देना,
ये है दिवानों की टोली।
आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.....
आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.....
26 comments:
बेरंग रंगों की रंगोली,
और मौन के धुन का गीत कोई,
कैसे बेरंग छटाओं में,
ढ़ुँढ़ु मै रंगों की होली।
तुम अपनी चुनर रंग लो,
रंगीन बना लो अब चोली, मेरे रंगों में रंग नहीं,
बेरंग है जीवन की होली। ......
मन की कोमल भावनाओं का बहुत सुंदर चित्रण . ...
हार्दिक बधाई...
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
होली बेरंग क्यों ? जीवन में हर तरह के रंग हों इसी शुभकामना के साथ होली की बधाई
संगीता जी ने सही कहा , होली बिना रंगों की क्यों ...
मगर इन बरंगे लफ़्ज़ों की कविता बेहद खूबसूरत है !
@संगीता जी,वाणी जी....आप ही कहे क्या अब पहले जैसी होली रह गयी है...इसलिए तो बेरंग हो गया है सबकुछ...और ये जीवन का गीत है...धन्यवाद।
भाई सत्यम जी सुंदर भावाभिव्यक्ति होली की शुभकामनाएं
मेरी टिप्पणी फेसबुक पर.
ब्लागराग : क्या मैं खुश हो सकता हूँ ?
अरे... रे... आकस्मिक आक्रमण होली का !
बहुत से रंगों से भरी होली, आपको भी शुभकामनायें।
Bahut sundar rachana! Holee kee dheron shubhkamnayen!
सुंदर रंग भरी रचना..... होली की शुभकामनायें
आप की रचना होली के सुंदर रंगो से सजी बहुत अच्छी लगी धन्यवाद
बेरंग रंगों की रंगोली,
और मौन के धुन का गीत कोई,
कैसे बेरंग छटाओं में,
ढ़ुँढ़ु मै रंगों की होली।
तुम अपनी चुनर रंग लो,
रंगीन बना लो अब चोली,
मेरे रंगों में रंग नहीं,
बेरंग है जीवन की होली।
भावनाओं का बहुत सुंदर चित्रण . ...बधाई.
बहुत उम्दा..
satyam bhai , bahut sundar geet ,
holi ke hi rango se sazi hui hai aapki ye kavita , jeevan ke bhaav ubhar kar aa gaye hai ..
badhayi sweekar kijiye
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मेरी नयी कविता " तेरा नाम " पर आप का स्वागत है .
आपसे निवेदन है की इस अवश्य पढ़िए और अपने कमेन्ट से इसे अनुग्रहित करे.
"""" इस कविता का लिंक है ::::
http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/02/blog-post.html
विजय
ले आओ तुम भर कर , अंजुरी में रंग.....वाह !...क्या बात है ...बेहतरीन गीत ।
wish you happy holi...
बहुत सुन्दर होली गीत!
स्वर का तो जवाब नहीं!
होली की शुभकामनाएँ!
हफ़्तों तक खाते रहो, गुझिया ले ले स्वाद.
मगर कभी मत भूलना,नाम भक्त प्रहलाद.
होली की हार्दिक शुभकामनायें.
शुभकामनायें होली पर !
होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
आइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।
ले आओ तुम भर कर , अंजुरी में रंग.....वाह बहुत खूब
होली की शुभकामनाएं ।।
होली की हार्दिक शुभकामनायें।
http://rimjhim2010.blogspot.com/2011/03/blog-post_19.html
बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति..होली की हार्दिक शुभकामनायें !
आपसभी को आपके पूरे परिवार संग होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
main aaj tumhare galiyon me berang sa ban ke vatkunga..
tum dekh ke mujhko kehdena ye hai diwano ki toli...bhut khubsurat line hai...
आपका ब्लॉग पसंद आया....इस उम्मीद में की आगे भी ऐसे ही रचनाये पड़ने को मिलेंगी कभी फुर्सत मिले तो नाचीज़ की दहलीज़ पर भी आयें-
रंग के त्यौहार में
सभी रंगों की हो भरमार
ढेर सारी खुशियों से भरा हो आपका संसार
यही दुआ है हमारी भगवान से हर बार।
आपको और आपके परिवार को होली की खुब सारी शुभकामनाये इसी दुआ के साथ आपके व आपके परिवार के साथ सभी के लिए सुखदायक, मंगलकारी व आन्नददायक हो।
आपकी ये रचना कल 6 - 3 - 2012 नई-पुरानी हलचल पर पोस्ट की जा रही है .... ! आपके सुझाव का इन्तजार रहेगा .... !!
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