"माँ जिसकी ममता और स्नेह के छावँ में पलता हुआ आज मै इतनी बड़ी दुनिया में अपने छोटे से वजूद को चिन्हित करने में सक्षम हूँ।बस एकमात्र माँ का ही प्यार ऐसा है जो किसी भी प्रकार के स्वार्थ से रहित गंगा सा पावन होता है।
आज अपनी माँ के जन्मदिवस के मौके पर मै बस भगवान से यही दुआ करता हूँ,कि जिन्दगी के हर मोड़ पर बस ऐसे ही माँ के आँचल के साये तले साँस लेता रहूँ....माँ यूँही हमेशा,हरदम परिवार में खुशियाँ लुटाती रहे.....माँ मै आपको बहुत प्यार करता हूँ,पता है ना आपको।पर थोड़ा नादान हूँ अभी क्या करुँ जैसा भी हूँ आपका ही तो लाडला हूँ......
श्रीमति नीरा शिवम
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती,
मै कुछ भी तो ना होता,
जो तू ना होती।
तू हाथ देके मुझको ना चलना सिखाती,
जीवन के हर सुख दुख को जो ना बताती।
अस्तित्व मेरा न होता,
ना ये साँस होती,
जीवन में ना अब मेरे दिन रात होती।
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती।
कैसे बताऊँ माँ कितना प्यार है तुमसे,
चाहता हूँ बस हमेशा यूँही दूलार तुमसे।
तुम जो यूँ रुठ जाती हो माँ,
बच्चे के बात को दिल से लगाती हो माँ,
सच कहता हूँ दिल बहुत रोता है,
अपने व्यवहार पे क्रुध होता है।
मेरे लिए ना तू हरदम यूँ रोती,
काश तू कभी खफा ना होती।
मेरी जिन्दगी ना होती,
मँ तू अगर ना होती।
दिल में ना कोई बात होती,
जीवन में जब बस रात होती,
जंगली से मै ना आदमी बनता,
जो तेरी ये सौगात न होती।
पैदा लेके अकेला इस जग में क्या कर पाता मै,
जो माँ तू मेरे साथ न होती।
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती।
है याद मुझको वो पल माँ,
जब राह में ठोकर खाया था,
तू दौड़ के आ के मुझे,
झट से गले लगाया था।
तुझे चोट तो आया है ना,
जल्दी से मेरी कसम खा,
सच सच तू मुझसे अब बता।
मेरी जिन्दगी में ना ये हँसी कारवाँ होता,
ना कोई ऐसी बात होती।
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती।
बचपन में चाँद को देख के मै,
डर के जो तेरी गोद में सो जाता था माँ,
चाँद को चँदा मामा बताती,
गोद में ले लोरी सुनाती,
तेरा कोमल हाथ कितना थक जाता था माँ।
ये जिन्दगी तो है मेला माँ,
तू है तो कैसा अकेला माँ?
मेरी जिन्दगी जन्नत सी ना होती,
जो तू मेरी मन्नत ना होती।
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती।
हर बार जो मै जन्म लूँ,
तेरी गोद में ही मै खेलूँ,
हर बार तू मेरी माँ बने,
दिल है लगा अब ये कहने।
हर दम तेरा आशीर्वाद मिले,
खुशियों का हर एक फूल खिले,
गम का काफिला पल में टले।
हर खुशी मेरी अधूरी होती,
तेरी ममता का जो साया न होता।
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती।
ईश्वर की अनुपम रचना है माँ,
नारी रुप की उत्कृष्ट दर्पण है माँ।
भगवान भी दैवत्व त्यागते,
जिसकी गोद में खेलने को,
वनिता की वैसी अलौकिक छवि है माँ।
देव भी धरा पे पधारते,
जिसकी ममता में पलने को,
राम की कौशल्या और कृष्ण की यशोदा है माँ।
भगवान का जन्म भी ना होता,
करण और अर्जुन भी ना होता,
कुछ भी तो ना होता,
बस माँ अगर ना होती।
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती।
मै नराधम हूँ,तू है जगजननी,
बस तुझसे है मेरी विनती यही,
मुझको कभी ना भूलाना माँ,
बस दिल में ही बस जाना माँ।
साँसों से होकर धड़कन तक,
आँखों से ये नजर जाये जहाँ तक,
बस मुझे तू ही नजर आना माँ।
आँखों में नूर भी तो ना होता,
जो तू नजर में ना होती।
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती।
*HAPPY BIRTHDAY MA*
27 comments:
माँ के बारे में जितना भी कहा जाये कम ही होता है...... आपने अपने मन के प्यारे भावों को सुंदर शब्द दिए हैं......
आपकी माँ को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...... आपका स्नेह यूँ ही बना रहे.....
माँ है ममता, प्यारी है।
हम उम्र के किसी भी मोड़ पर हों , माँ के आँचल से बढ़कर सुकून कहीं नहीं है ...
बहुत बधाई व शुभकामनायें !
बहुत सुन्दर ममतामयी प्रस्तुति .....जग में सबसे प्यारी माँ ही तो है जो हरपल बच्चों के लिए चिंतित रहती है कुछ न कुछ करती रहती है. उनकी बेहतरी के लिए अपना ख्याल तक न रख सिर्फ बच्चों के लिए ही सोचती है, वह बच्चों के हमेशा बच्चे से समझ प्यार दुलार करती हैं...
माँ को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...... आपका स्नेह माँ से हमेशा यूँ ही बना रहे, यही मनोकामना है......
माँजी को हैप्पी बर्थडे
सच में मम्मा नहीं होती तो...बहुत सुन्दर भाव
सुन्दर ममतामयी प्रस्तुति
माँ को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें.....
हमारी तरफ से भी माँ को जन्मदिन की शुभकामना ! सुंदर भावों से सजी रचना !
वाह बहुत सुंदर
आपकी माँ को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाये.
माँ जैसा कोई नहीं होता.कविता बहुत ही प्यारी है.
आपकी माँ को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाये.
माँ जैसा कोई नहीं होता.कविता बहुत ही प्यारी है.
माँ तो बस माँ होती है दुनिया में ईश्वर का साक्षात् स्वरूप ...... भावों का सुंदर चित्रण है आपकी रचना में ......
आपकी माँ को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...... अपना स्नेह हमेशा बनाये रखना .....
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
मोहसिन रिक्शावाला
आज कल व्यस्त हू -- I'm so busy now a days-रिमझिम
hamaari bhi shubhkamnayen....
इसे कविता नही स्तुति कहूंगा और मां की तो स्तुति और वन्दना ही की जानी चाहिये | बहुत सुंदर रचना |
pranaam
lakh lakh pranam maa ko
maa ke us mamta bhare aanchal ko
jisme pal kar santaan duniya se mukaabla karne ki shakti arjit karti hai
janmdin mubaraq maa !
मां को समर्पित एक बेहतरीन कविता। मां को जन्म दिन पर हार्दिक शुभकामनाएं।
आपकी मम्मा को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें......
मेरी जिन्दगी ना होती,
माँ तू अगर ना होती,
मै कुछ भी तो ना होता,
जो तू ना होती।
तू हाथ देके मुझको ना चलना सिखाती,
जीवन के हर सुख दुख को जो ना बताती।
वाह वाह बहुत सुंदर कविता, बहुत सुंदर उपहार दिया बच्चे तुम ने मां को, जीयो.
आप की मां को जन्म दिन की बहुत बहुत बधाई ओर शुभकमानाऎ!!!
ममतामयी माँ को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें.....एवं नमन.
maa ke barabar koi nahi..bahut sundar rachna...janamdin ki hardik badhai...
satym ji kahan chale gaye the aap .bade din baad aapko pakda .
sach ! maa jo tu na hoti
to ye jidagi na hoti
maa ke janam-din par samrpit aapki ye bhavna jaane kahan mujhe bhi baha le gai ,apni maaa ki yaad me .
bahut bahut bahut achhi lagi hrudyangam ho gai aapki yah kabile -tarriff rachna.
maato bas maa hoti hain .
aapki maa ke janam din par hammari bhi bahut bahut shubh -kamnaaye
bahut hi badhai
poonam
aapkee ma ko janmdin kee bahut bahut badhaee...ma ko lekar bahut sunder abhivykti .
सत्यम जी बहुत सुन्दर प्रस्तुति माँ पर -
माँ के जन्म दिन पर कितना क्या कह दूं माँ को हमारी सब की उम्र लग जाये -
तुझे और क्या दू मै इसके सिवाय -
हर माँ एक तुझसा लाल जाने माँ का नाम हर बेटा रोशन करे
आप सब का शुक्ल भ्रमर ५
maa ke birthday per aapko hardik badhaai.maa ke liye bahut achchi bhavanaapradhaan rachanaa.bahut-bahut badhaai.aapka apni maa ke prati pyaar aese hi banaa rahe.yahi dua karate hain.
दिल को छु लिया इस कविता ने
माँ बस माँ...
और कुछ नहीं...!
शायद मेरे पास शब्द नहीं हैं इसीलिए....
अति सुंदर कविता है....आप ऐसे ही लिखते रहें बस प्रभु से मेरी यही कामना है....
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